Facts About red fort Revealed
Facts About red fort Revealed
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संस्कृति संसाधन और प्रशिक्षण, नई दिल्ली के लिए केंद्र
a hectic visitors crossing before the purple fort while in the old delhi region of india - pink fort inventory videos & royalty-absolutely free footage
यह किला मुगल स्थापत्य कला का एक आदर्श उदाहरण है। यहां स्पष्ट है, कि कैसे उत्तर भारतीय दुर्ग निर्माण, दक्षिण भारतीय दुर्ग निर्माण से भिन्न होता था। दक्षिण भारत के अधिकांश दुर्ग, सागर किनारे निर्मित हैं।
इसके दो द्वारों को दिल्ली गेट एवं ग्वालियर गेट या दखिनाई दरवाजे कहते हैं ( दखिनाई गेट को अमरसिंह द्वार भी कहा जाता है दखिनाई गेट दक्षिण दिशा में है)।
The two rooms flanking The present entrance are believed to own served as bathing Areas with the royal small children. The eastern condominium, featuring three fountain basins, was largely made use of as being a dressing room.
People today walking on the street of freshly designed Chandni Chowk in outdated Delhi, view of Crimson Fort within the track record in harmful air pollution, gray smog, mist sky, India 4k 00:eleven
A go to to your Purple Fort is incomplete without the need of going through the mesmerizing light-weight and seem exhibit held during the evenings. The display narrates the background in the fort, accompanied by spectacular visuals and an enchanting musical backdrop.
अकबर के पौत्र शाहजहां ने इस स्थल को वर्तमान रूप में पहुंचाया। यह भी मिथक हैं, कि शाहजहां ने जब अपनी प्रिय पत्नी के लिये ताजमहल बनवाया, वह प्रयासरत था, कि इमारतें श्वेत संगमर्मर की बनें, जिनमें सोने व कीमती रत्न जड़े हुए हों। उसने किले के निर्माण के समय, कई पुरानी इमारतों व भवनों को तुड़वा भी दिया, जिससे कि किले में उसकी बनवायी इमारतें हों।
आगरा शहर ताजमहल के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध होने के कारण प्रतिदिन हजारों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं, जिसके कारण आगरा सड़क, रेलवे और हवाई तीनों माध्यम से अच्छी तरीके से भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। आगरा तक पहुंचने का तरीका इस प्रकार click here है:-
अपनी भव्यता और आर्कषण की वजह से विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल आगरा के विशाल किले का इतिहास राजपूतों, मुगलों और लोदी वंश से जुड़ा हुआ है।
गुरु-शिष्य परंपरा के संवर्धन हेतु वित्तीय सहायता (रेपर्टरी अनुदान)
केन्द्रीय हिमालयी संस्कृति शिक्षण संस्थानम् , दाहूँग,, अरुणाचल प्रदेश
यहां कई हिन्दू व इस्लामी स्थापत्यकला के मिश्रण देखने को मिलते हैं। बल्कि कई इस्लामी अलंकरणों में तो इस्लाम में हराम (वर्जित) नमूने भी मिलते हैं, जैसे—अज़दहे, हाथी व पक्षी, जहां आमतौर पर इस्लामी अलंकरणों में ज्यामितीय नमूने, लिखाइयां, आयतें आदि ही फलकों की सजावट में दिखाई देतीं हैं।
ऊपर-बाएँ से दक्षिणावर्त: ताज महल, एतमादुद्दौला का मकबरा, यमुना नदी, किरौली में भैंसें, फ़तेहपुर सीकरी में दीवान-ए-खास